अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए काम तेज, 50 फीसदी तैयारी पूरी

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जितने लोग रामलला के दर्शन करने आते हैं, इतने ही लोग श्रीराम जन्मभूमि कार्यशाला भी जाते हैं. यह लोग ये देखने आते हैं कि प्रस्तावित राम जन्मभूमि मंदिर कैसा होगा, कितनी तैयारी है और कब ये मंदिर बनेगा.

'Zee News' ने रविवार को राम जन्मभूमि कार्यशाला का जायजा लिया तो पता चला कि मंदिर निर्माण के लिए 50 फ़ीसदी से ज्यादा तैयारी पूरी है. गर्भ गृह के लिए पत्थर भी तराशे जा चुके हैं , जबकि मंदिर का प्रथम तल बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है. लेकिन मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद ही अब बाकी की तैयारी होगी.

'Zee News' ने मंदिर निर्माण के लिए 28 सालों से पत्थर तराशने वाले गुजरात के मनु भाई सोमपुरा से बात की. बातचीत में मालूम पड़ा कि मंदिर निर्माण के लिए 50 फ़ीसदी से ज्यादा पत्थर तराशे जा चुके हैं. गर्भ गृह पूरा बनकर तैयार किया जा चुका है. मंदिर के प्रथम तल के लिए 106 पिलर बन चुके हैं, दीवारें तराश दी गई हैं. इनको भी मंदिर बनने के लिए बस हरी झंडी का इंतजार है.

राम जन्मभूमि कार्यशाला पहुंचे वसीम रिजवी

इस बीच शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी रविवार को अयोध्या में राम जन्मभूमि कार्यशाला पहुंचे. बता दें यहीं पर मंदिर के लिए पत्थरों को तराशने का काम चल रहा है. वसीम रिजवी ने यहां पत्थर तराशने के लिए 10 हजार रुपये का चंदा भी दिया. साथ ही कहा कि जरूरत हो तो मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाए.

वसीम रिजवी ने राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा नृत्य गोपाल दास के आश्रम जाकर उनसे मुलाकात की और उन्हें जन्मदिन की बधाइयां दी. इसके बाद रिजवी सीधे राम जन्मभूमि कार्यशाला पहुंचे जहां मंदिर के लिए सालों से पत्थर तराशे जा रहे हैं.

यहां 'Zee News' से खास बातचीत में वसीम रिजवी ने कहा कि जो कट्टरपंथी जहनियत के मुसलमान थे, उन्होंने ही यह राम मंदिर तोड़ा था और यह वही लोग हैं जिन्होंने सऊदी अरब में भी मोहम्मद साहब की बेटी के मकबरे जन्नत-उल बकी को तोड़ा है. रिजवी ने कहा कि जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं, वो गद्दार हैं.

वसीम रिजवी ने कहा कि दुनिया जानती है भगवान राम की जन्मभूमि कहां है. अगर भगवान राम की जन्मभूमि पर भी उनका मंदिर नहीं बनेगा तो कहां बनेगा. उन्होंने कहा कि बहुत पहले ये मंदिर बन जाना चाहिए था.